बुलंदशहर: जिले के खुर्जा देहातथाना क्षेत्र के अंतर्गत जमालपुर गांव में दबंगों ने मंदिर में दलित समाज के प्रवेश पर रोक लगा दी है. पीड़ितों ने शनिवार को एसएसपी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है. ग्राम जमालपुर, थाना खुर्जा देहात की निवासी पीड़िता यशोदा के मुताबिक चामड़ मंदिर भक्तों की आस्था का केंद्र है. दो सितंबर को शाम सात बजे मन्दिर में आरती का समय था. काफी भीड़ जमा थी तभी रेखा पत्नी टीटू ग्राम जमालपुर मंदिर आई.
आरोप है कि उसने हाथ मारकर आरती का थाल गिरा दिया. रेखा मंदिर में रखे दीपकों पर लात मारने लगी और मंदिर में रखे त्रिशूल को हाथ में लेकर सबको मारने लगी. इससे लोगो में अफरा-तफरी मच गयी. लोग मन्दिर से बाहर भागने लगे. धक्का-मुक्की में कई छोटे-छोटे बच्चों को चोटें भी आ गईं. रेखा ने स्वयं के बच्चों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया. रेखा ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए लोगों को मन्दिर से बाहर भगा दिया. रेखा ने कहा कि यह मन्दिर सिर्फ ठाकुरों का है. यहां सिर्फ ठाकुर ही पूजा करेंगे और किसी अन्य जाति का कोई व्यक्ति यहां पूजा नही करेगा.
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काफी देर तक ग्रामीणों के समझाने के बाद भी जब वह नही मानी तो गांव के प्रधान और कई सम्मानित लोग मंदिर पहुंचे. उन्होंने महिला को समझाने का प्रयास किया किन्तु वह शांत नहीं हुई. इस दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंची. पुलिस ने मामले को शांत कराया. रेखा को जिन ग्रामीणों ने समझाने का प्रयास किया, उसने उन्हीं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी. ग्रामीणों ने रेखा के खिलाफ उचित कानूनी कार्यवाही की मांग की है. एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई है.